You're browsing: Home / Meri awaaz suno / Mohammed Rafi Suron Ke Betaaj Badshah

Mohammed Rafi – Suron Ke Betaaj Badshah

By Irshad Ansari

Suron Ke Bemisaal Badshah

मो. रफ़ी संगीत जगत के ऐसे अनमोल सख्शियत हैं। जिनका दूसरा कोई सानी नही. आज हम उनकी 90वा जन्मदिवस मना रहे हैं।
उनके आवाज़ की जादू और मधुरता बेमिसाल है। क़रीब 4 दशकों तक रफ़ी साहब ने शीर्ष पुरुष अभिनेताओं के लिए आवाज़ की जादू बेखेरी। आपने उस्ताद बड़े गुलाम अली खान, उस्ताद अब्दुल वाहिद खान, पंडित जीवनलाल मत्तो और फ़िरोज़ निज़ामी जैसे महान संगीतकारों से संगीत शिक्षा प्राप्त किया।

महान संगीतकार और संगीत निर्देशक श्याम सुंदर मो. रफी से प्रभावित होकर अपनी एक फिल्म के गाने के लिए मोहम्मद रफी को आमंत्रित किया। और रफी साहब साहब ने तरह अपना पहला फ़िल्मी गाना ” सोनिये हीरिये तेरी याद ने बहुत सताया ” 20 साल की उम्र में 1944 में पंजाबी फिल्म ‘गुल बलोच’ के लिए गाया। इस तरह इतना प्रसिद्द होते गए की अन्य दूसरे संगीतकार भी रफ़ी साहब के मुरीद होते गए।

महान संगीतकार नौशाद मो रफ़ी से इस क़दर प्रभावित हुए की अपने सभी 149 गाने मो रफ़ी से गवाया। सुहानी रात ढल चुकी, जिनके लिए बर्बाद , ओ दुनिया के रखवाले, तस्वीर बनाता हूँ तेरी आदि गाने बहुत प्रसिद्द हुए जिससे मो. रफ़ी संगीत जगत में छा गये।

मो रफ़ी ने अपने ज़माने के मशहूर संगीतकारों के साथ काम किया। संगीतकार रवि द्वारा निर्मित गाना ” चौदवीं का चाँद हो.… ” ने रफ़ी साहब को 1960 में पहला फिल्म फेयर पुरस्कार दिलाया। वह इस तरह मदन मोहन, रवि, लक्ष्मीकांत / प्यारेलाल, शंकर / जयकिशन और अन्य दूसरे बॉलीवुड की शीर्ष संगीत निर्देशकों के साथ कई हिट गाने किये।

अपने कैरियर में उन्होंने कई सम्मान जीता। 1948 में भारत की आजादी की पहली सालगिरह पर, जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें रजत पदक से सम्मानित किया गया। 1965 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। अंत में 2001 में स्टारडस्ट पत्रिका “मिलेनियम का सबसे अच्छा गायक” भी रफ़ी साहब को सम्मानित किया।

आज हमारे बीच मधुर आवाज़ के बादशाह तो नहीं रहे लेकिन उनके गाने संगीत की दुनिया में हमेशा अमर रहेंगे और यही कहते रहेगे.” तुम मुझे यूँ भुला न पाओगे , जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे संग संग मेरे गुनगुनाओगे.”


Post your Comment on this Blog

If your comments hit the moderation queue, comments will be moderated within 7 days.

7 Blog Comments to “Mohammed Rafi – Suron Ke Betaaj Badshah”

  1. I LOVE VERY MUCH MOHMARAFI SAHEB. ILIKE HIS ALLS SONG .BUT ILIKE VERY MUCH HIS BHAKTI SONGS -LIKE AS -SUKHA ME SAB SATHI DUKH ME NA KOI

  2. shamim says:

    Not that confirmation is ever needed for the obvious and especially in the case of Mohd Rafi with him being the best singer ever, but the highly talented singer S P Balasurahmanyan has today said that Mohd Rafi is and always will be his Guru and he is still learning from him. High praise indeed !

  3. r l arora says:

    Yes no words are sufficient to express Rafi Saab’s greatness whether in the field of singing or humanity. a thorough gentle, polite,cultured and always smiling like rising sun. Truly he was an angel. Such great people are not born normally. I had the opportunity to hear him Live in Delhi and the view is still fresh in my mind.

    Yes no singer cud match with his talent thats why he is and wud remain always Betaaj Badshah Suron Ka.

    My rich regards to the writer,

    r l arora

  4. Bahut shukriya Ansari Saab. Rafi saab se kisi ka koi muqabla nahi. Aur unke jaisa Insaan aaj ke jamane me tau chiraag lekhar dhoondne se bhi nahi milega.
    Rafi saab tau khuda ke bheje huye fariste the. Jo iss dharti par aaye aur apni chamak dikhakar, apni awaaz ka jadoo bikhra kar aur sabko insaaniyat ka paath padakar vapas khuda ke pass chale gaye. Lekin rafi saab apne lakhon karoron chaahne walon ke dilon me hamesha zinda rahenge. Unki awaaz ka jaado kayamat tak kaayam rahega.
    Rafi saab ko janma din ki lakhon mubarakbad. Rafi saab zindabad.
    Tahe dil se shukriya, Birendra Singh Bisht

  5. Sara says:

    The one and only can never be matched let alone be beaten. Love you always!!!!!!!!!!!!

  6. Anonymous says:

    .No one like Mohammad Rafi Shab.

  7. Mohan Ram says:

    Happy Birthday Rafi Saheb



Other Writeups